आज ब्लॉग उत्सव में सुनिए रश्मि प्रभा जी की रचनाएँ उनकी आवाज़ में 'कुछ उनके नाम' (अमृता इमरोज़ के नाम).......हाँ शुरूआत में अमृता जी और गुलज़ार को भी इन्होने पढ़ा है -

वीडियो -



ऑडियो



पुन: परिकल्पना पर

6 comments:

Udan Tashtari ने कहा… 17 अप्रैल 2010 को 6:31 pm बजे

बहुत अच्छा लगा विडियो..और सुनना रश्मि जी की आवाज में.

संगीता स्वरुप ( गीत ) ने कहा… 17 अप्रैल 2010 को 7:38 pm बजे

आपकी आवाज़ में सुन कर बहुत अच्छा लगा....अमृता को जीवंत कर दिया....बहुत सुन्दर

mala ने कहा… 17 अप्रैल 2010 को 8:02 pm बजे

बहुत सुन्दर...

पूर्णिमा ने कहा… 17 अप्रैल 2010 को 8:04 pm बजे

अच्छा लगा रश्मि प्रभा जी की रचनाएँ उनकी आवाज़ में सुनना .

दिगम्बर नासवा ने कहा… 18 अप्रैल 2010 को 4:24 pm बजे

रश्मि जी की आवाज ... जैसे रचना जीवित हो कर बोल उठी ...

Himanshu Pandey ने कहा… 23 अप्रैल 2010 को 6:04 pm बजे

रश्मि जी के स्वर में सुनना सुखद रहा !

आभार !

 
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