पिट्सबर्ग अमेरिका में रहने वाले भारतीय कवि - चिट्ठाकार श्री अनुराग शर्मा का नाम साहित्य जगत और नेट जगत में किसी परिचय का मोहताज नहीं है । श्री अनुराग अमेरिका में स्मार्ट इंडियन के नाम से विख्यात हैं । अनुराग शर्मा का ब्लॉग है -वर्ग वार्ता । यह ब्लॉग नेट की दुनिया में भारतीय संस्कृति का प्रतिनिधित्व करता दिखाई देता है । इनका दूसरा ब्लॉग है-Pitt Audio - पिट ऑडियो और तीसरा ब्लॉग है - that's it जो सूचना तकनीक ब्लॉग, इन्फोर्मेशन टेक्नोलॉजी, माइक्रोसॉफ्ट, प्रोग्रामिंग के साथ-साथ सी शार्प, विजुअल स्टूडियो, शेयरपॉइंट आदि की जानकारी उपलब्ध करता है । श्री अनुराग विज्ञान में स्नातक तथा आईटी प्रबंधन में स्नातकोत्तर हैं । एक बैंकर रह चुके हैं और वर्तमान में संयुक्त राज्य अमेरिका में एक चिकित्सा संस्था में इन्टरनेट ऍप्लिकेशन आकिर्टेक्ट हैं । उत्तरप्रदेश में जन्मे अनुराग भारत के विभिन्न राज्यों में रह चुके हैं । फिलहाल सपरिवार पिट्सबर्ग में रहते हैं। प्रस्तुत है उनकी आवाज़ में उनकी एक कविता -"गड़बड़झाला" । कविता के बोल इस प्रकार हैं:
कोई जकड़ा ही रहता है, कोई सब छोड़ जाता है।
कोई कुछ न समझता है, कोई सब कुछ समझाता है।
कोई करुणा का सागर है, कोई हर पल सताता है।
कोई हर रोज़ मरता है, शहादत कोई पाता है।
कोई तो प्यार करता है, कोई करके जताता है।
कोई बस भूल जाता है, कोई बस याद आता है।
मैं ऐसा हूँ या वैसा हूँ, समझ मुझको न आता है।
फरिश्ता कोई कहता था, कोई जालिम बताता है।
कोई जकड़ा ही रहता है, कोई सब छोड़ जाता है।
कोई कुछ न समझता है, कोई सब कुछ समझाता है।
कोई करुणा का सागर है, कोई हर पल सताता है।
कोई हर रोज़ मरता है, शहादत कोई पाता है।
कोई तो प्यार करता है, कोई करके जताता है।
कोई बस भूल जाता है, कोई बस याद आता है।
मैं ऐसा हूँ या वैसा हूँ, समझ मुझको न आता है।
फरिश्ता कोई कहता था, कोई जालिम बताता है।
6 comments:
वाह वाह अनुराग भाई...दोनों कविताएँ आनन्द दे गई..गड़बड़झाला और लेन देन सुनी. बहुत खूब!
गड़बड़झाला और लेन देन .. बहुत खूब !!
बड़ी यथार्थवादी रचनायें ! बहुत खूब !
खूबसूरत रचनाएं ! प्रस्तुति का आभार !
आप सभी का धन्यवाद। रवींद्र भाई और ब्लॉगोत्सव टीम २०१० का आभार।
Very Nice, Sarji..!
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