ब्लोगोत्सव-२०१० पर प्रकाशित श्री जीशान जैदी का विज्ञान पर आधारित आलेख "भविष्य का यथार्थ" को वर्ष का श्रेष्ठ पोस्ट (विज्ञान)के रूप में चयनित करते हुए उन्हें समानित करने का निर्णय लिया गया है .... "जानिये अपने सितारों को " के अंतर्गत प्रस्तुत है उनके व्यक्तिगत जीवन तथा सृजनशीलता पर कुछ पूछे गए प्रश्नों का उनके द्वारा दिए गए जबाब - |
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(१) पूरा नाम : जीशान हैदर जैदी
(२) पिता/माता का नाम/जन्म स्थान : श्री एहसान हैदर जैदी/श्रीमती अली बानो/ लखनऊ
(३) वर्तमान पता : 390/39 ए, बाग़ वाली मस्जिद के पीछे, रुस्तम नगर, लखनऊ.
(३) ई मेल का पता : zeashanzaidi@gmail.com
(३) टेलीफोन/मोबाईल न. : 09335091352
(४) आपके प्रमुख व्यक्तिगत ब्लॉग : http://hindisciencefiction.blogspot.com/
http://zeashanzaidi.blogspot.com/
http://husainiat.blogspot.com/
(५) अपने ब्लॉग के अतिरिक्त अन्य ब्लॉग पर गतिविधियों का विवरण : Vice-President : Science Bloggers Association of India(http://sb.samwaad.com/), Writer on (http://hamarianjuman.blogspot.com/), (http://ts.samwaad.com/)
President : Association of Educational Improvement(
http://edu-improvement.blogspot.com/)
Vice Editor & Writer (
http://hindi.kalkion.com/)
(६) अपने ब्लॉग के अतिरिक्त आपको कौन कौन सा ब्लॉग पसंद है ?
ब्लॉग से ज्यादा मैं पोस्ट को पसंद करता हूँ. कभी भी किसी भी ब्लॉग की पोस्ट मेरे मस्तिष्क में स्ट्राइक कर सकती है.
(७) ब्लॉग पर कौन सा विषय आपको ज्यादा आकर्षित करता है?
विज्ञान और ह्यूमर!
(८) आपने ब्लॉग कब लिखना शुरू किया ?
नवम्बर 2007 से
(९) यह खिताब पाकर आपको कैसा महसूस हो रहा है ?
अपनी मेहनत को सफल होते देख रहा हूँ, और मन में कुछ और बेहतर करने की भावना बढ़ गई है.
(१०) क्या ब्लोगिंग से आपके अन्य आवश्यक कार्यों में अवरोध उत्पन्न नहीं होता ?
होता तो है लेकिन बहुत ज्यादा नहीं. अब तो ब्लॉग्गिंग भी 'आवश्यक कार्य' हो गई है.
(11) ब्लोगोत्सव जैसे सार्वजनिक उत्सव में शामिल होकर आपको कैसा लगा ?
बिलकुल किसी मेले जैसा ही मज़ा आया. भले ही यह साइबर-मेला था.
(१२) आपकी नज़रों में ब्लोगोत्सव की क्या विशेषताएं रही ?
जिस तरह किसी कार्निवाल में अलग अलग स्वाद के व्यंजन चखने को मिलते हैं उसी तरह इस उत्सव में अलग अलग स्वाद का लेखन मन को तृप्त कर गया.
(१३) ब्लोगोत्सव में वह कौन सी कमी थी जो आपको हमेशा खटकती रही ?
मुझे लगा इसके बारे में और लोगों को पता चलना चाहिए था.
(१४) ब्लोगोत्सव में शामिल किन रचनाकारों ने आपको ज्यादा आकर्षित किया ?
सभी ने.
(१५) किन रचनाकारों की रचनाएँ आपको पसंद नहीं आई ?
ऐसा कोई नहीं.
(१६) क्या इस प्रकार का आयोजन प्रतिवर्ष आयोजित किया जाना चाहिए ?
ज़रूर! ऐसे आयोजनों की अत्यधिक आवश्यकता है.
(१७) आपको क्या ऐसा महसूस होता है कि हिंदी ब्लोगिंग में खेमेवाजी बढ़ रही है ?
जहां चार बर्तन होंगे वहाँ आपस में टकरायेंगे भी. लेकिन अभी खेमेबाजी जैसी कोई बात नहीं.
(१९) आप कुछ अपने व्यक्तिगत जीवन के बारे में बताएं :
गणित/सांख्यकी का शिक्षक हूँ और लेखन शौक है. एक बार लेखन में भी कैरियर बनाने मुंबई गया था लेकिन वहाँ का संघर्ष देखकर तीन महीने में ही वापस आ गया.
(२०) चिट्ठाकारी से संवंधित क्या कोई ऐसा संस्मरण है जिसे आप इस अवसर पर सार्वजनिक करना चाहते हैं ?
अक्सर मैंने किसी के ब्लॉग पर जोश में टिप्पणी कर दी जिसपर कुछ लोग दूर तक सोच ले गए और बात का बतंगड़ बन गया. इसलिए अब मैं टिप्पणियाँ करने में सावधानी से काम लेता हूँ.
(२१) अपनी कोई पसंदीदा रचना की कुछ पंक्तियाँ सुनाएँ :
'इंसान को बेदार तो हो लेने दो,
हर कौम पुकारेगी हमारे हैं हुसैन!'
प्रस्तुति : रवीन्द्र प्रभात
13 comments:
जीशान हैदर जैदी जी को बधाईयाँ और शुभकामनाएं
बहुत-बहुत बधाईयाँ !
बहुत-बहुत बधाईयाँ !
बहुत बहुत बधाई !
जीशान भाई को बहुत-बहुत बधाई... लेख वाकई काबिले तारीफ़ है....
आप सभी का बहुत बहुत शुक्रिया!
जीशान भाई को बहुत-बहुत बधाई.
बहुत बहुत बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएँ.
जीशान भाई को हार्दिक बधाईयाँ।
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पाँच दिवसीय ब्लॉगिंग कार्यशाला में तरह-तरह के साँप।
बधाई हो ज़ीशान साहब
बहुत बहुत बधाई !
विज्ञान को आसान भाषा में समझाने वाले जीशान भाई को बहुत बहुत बधाई...
रवींद्र भाई और ब्लॉगोत्सव २०१० टीम का आभार...
जय हिंद...
जीशान हैदर जैदी भाई मुबारक बाद कुबूल करें.
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