ब्लोगोत्सव-२०१० के दौरान परिकल्पना पर प्रकाशित संस्मरण (एक माँ के दर्द की कहानी, उसीकी ज़ुबानी) के लिए शमा जी को वर्ष की श्रेष्ठ सह लेखिका (संस्मरण) के रूप में चयनित करते हुए ब्लोगोत्सव की टीम द्वारा सम्मानित करने का निर्णय लिया गया है . "जानिये अपने सितारों को" के अंतर्गत आज प्रस्तुत है उनसे पूछे गए महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर- |
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(१) पूरा नाम :
शमा कश्यप
(२) पति का नाम/जन्म स्थान :
श्री. के .के. कश्यप. अम्बाला.
(३) वर्तमान पता :
७०१,' ब 'विंग ,लीला गार्डन,१० नॉर्थ avenue , कल्याणी नगर,पुणे 411006
(३) ई मेल का पता :
shamakavya@gmail.com
(३) टेलीफोन/मोबाईल
020/26681011 / 0/9860336983
(४) प्रमुख व्यक्तिगत ब्लॉग :आजतक यहाँ तक, बागवानी,संस्मरण,ललितलेख,कहानी,आदि.
(५) अपने ब्लॉग के अतिरिक्त अन्य ब्लॉग पर गतिविधियों का विवरण :नुक्कड़,खामोशी...,उल्टा तीर,पिताजी,इनपे कभी कभार लिखती हूँ.
(६) अपने ब्लॉग के अतिरिक्त आपको कौन कौन सा ब्लॉग पसंद है :बहुत से पसंद हैं.कभी किसी दिन,किसी का आलेख अच्छा लगता है,तो कभी किसी की काव्य रचना,तो कभी कहानी.
(७) ब्लॉग पर कौन सा विषय आपको ज्यादा आकर्षित करता है?:
संस्मरणात्मक लेख,सामायिक आलेख,पद्य रचना,आदि.
(८) आपने ब्लॉग कब लिखना शुरू किया ?
५ साल पहले. लेकिन वह अंग्रेज़ी ब्लॉग है,जिसमे अधिकतर मेरी कला (फायबर आर्ट) की तसवीरें हैं,तथा विवरण है. हिंदी में ब्लोगिंग ढाई/ तीन साल पहले शुरू किया.
(९) यह खिताब पाकर आपको कैसा महसूस हो रहा है ?
बहुत अच्छा लगा. चयन कर्ताओं की ज़र्रानवाज़ी है यह तो !
(१०) क्या ब्लोगिंग से आपके अन्य आवश्यक कार्यों में अवरोध उत्पन्न नहीं होता ?
नही. जो प्राथमिकताएँ हैं,वो बनी रहती हैं.
यदि होता तो उसे कैसे प्रबंध करती ?
समय का सही विभाजन करके.
(११)ब्लोगोत्सव जैसे सार्वजनिक उत्सव में शामिल होकर आपको कैसा लगा ?
यह भी बड़ा अच्छा अनुभव था. कई ब्लोगर्स की बेहतरीन रचनाएँ एक साथ पढने का मौक़ा मिला.
(१२) आपकी नज़रों में ब्लोगोत्सव की क्या विशेषताएं रही ?
एक महोत्सव का वातावरण बना रहा. रोज़ कुछ सुन्दर पढने की उत्सुकता लगी रहती. कुछ अपरिचित लेखक/लेखिकाओं से परिचय हुआ.
(१३) ब्लोगोत्सव में वह कौन सी कमी थी जो आपको हमेशा खटकती रही ?
गर कुछ नज़रों से चूक जाता तो बहुत खोज ने परभी नही मिलता. एक सुझाव मात्र है. जिनकी कृतियाँ प्राकशित होनेवालीं हों,उन्हें उस दिन सूचना मिलनी चाहिए.
(१४) ब्लोगोत्सव में शामिल किन रचनाकारों ने आपको ज्यादा आकर्षित किया ?
बड़ा कठिन सवाल है. आकर्षित तो सभी रचनाओं ने किया!
(१५) किन रचनाकारों की रचनाएँ आपको पसंद नहीं आई ?
रचनाओं में नवीनता बनी रही,इस लिए ऐसा कोई रचनाकार नही,जिसकी रचना पसंद ना आयी हो!
(१६) क्या इस प्रकार का आयोजन प्रतिवर्ष आयोजित किया जाना चाहिए ?
हाँ ! गर प्रतिवर्ष आयोजन हो तो एक दूजे का परिचय पाने का बेहतरीन मौक़ा हासिल होगा!
(१७) आपको क्या ऐसा महसूस होता है कि हिंदी ब्लोगिंग में खेमेवाजी बढ़ रही है ?
मै इस बारे में गाहे बगाहे पढ़/सुन रही हूँ, लेकिन ऐसा व्यक्तिगत अनुभव तो नही हुआ.
(१८) यदि हाँ तो क्या यह हिंदी चिट्ठाकारी के लिए अमंगलकारी नहीं है ?
गर ऐसा है,तो मंगल कारी तो नही हो सकता...लेकिन यह सब बातेँ तो चलती ही रहेंगी. कोई किसी की बदनामी नाम लेके करता हो तो वह बात गलत है.
(१९) आप कुछ अपने व्यक्तिगत जीवन के बारे में बताएं :
वैसे तो एक कलाकार हूँ( फायबर आर्ट). पाक कला सिखाती रही. बागवानी में बहुत रुची है. पेशे के तौर पे गृहसज्जा तथा ड्रेस और लिनन आदि डिज़ाइन करती हूँ.
लोगों से मेल जोल बहुत अच्छा लगता है. परिवार मेरे लिए हमेशा अहमियत रखता है.
लता जी के गाये नगमे सुननेका ख़ूब शौक़ है.
(२०) चिट्ठाकारी से संवंधित क्या कोई ऐसा संस्मरण है जिसे आप इस अवसर पर सार्वजनिक करना चाहती हैं ?
चंद अच्छे अनुभव ज़रूर साझा करना चाहूँगी...जैसे कि दो साल पूर्व इरशाद जी ने अपने ब्लॉग पे मेरा परिचय दिया था ( इरशादनामा). रश्मि प्रभाजी ने मुझ पे एक कविता लिखी थी. इन दोनों की यह ज़र्रानवाज़ी थी,जो हमेशा याद रहेगी. रश्मिजी पास ही में रहती हैं. उन से मेल बढ़ा. उन्हीँ के कारण इमरोज़ जी से मुलाक़ात हुई. नीरज गोस्वामी जी,तथा, विजय सपत्ती जी मेरे घर आये थे. बहुत अच्छा लगा था.
(२१) अपनी कोई पसंदीदा रचना की कुछ पंक्तियाँ सुनाएँ :
" पार कर दे सरहदें जो दिलों में ला रही दूरियाँ,
इंसान से इंसान तकसीम हो,खुदा ने कब चाहा?"
अंत में कहना चाहूंगी,कि,यह आयोजन बहुत ही अच्छा हुआ. आयोजकों ने ख़ूब मेहनत की होगी,उसी का यह नतीजा है. उन सभी का तहे दिल से शुक्रिया!
आपका भी शुक्रिया शमा जी , आपने अपना अमूल्य समय दिया ब्लोगोत्सव को ....
जी धन्यवाद !
प्रस्तुति : रवीन्द्र प्रभात
15 comments:
शमा जी , ढेर सारी बधाई
शमा जी का साक्षात्कार बहुत अच्छा लगा, शुभकामनाएं.
शमा जी को ढेर सारी बधाईयाँ।
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अथातो सर्प जिज्ञासा।
महिला खिलाड़ियों का ही क्यों होता है लिंग परीक्षण?
शमा जी को बहुत ही भावभीनी और हार्दिक बधाई……………आज उन्हें इस मुकाम पर देखकर बहुत खुशी हुयी…………सच उनका लेखन बहुत ही खूबसूरत होता है।
शमा जी को बधाई और शुभकामनाएं .. रविन्द्र प्रभात जी का आभार !!
शमा जी को बहुत बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएँ.
शमा जी को खूब पढ़ा है. इस सम्मान के लिए उन्हें बहुत हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ.
शमा जी को बधाई और शुभकामनाएं .. रविन्द्र प्रभात जी का आभार !!
शमाजी को बहुत बधाई व शुभकामनायें ...!
शमा जी , ढेर सारी बधाई
बहुत बहुत बधाई
बहुत-बहुत बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएँ
शमा जी को बधाई एवं शुभकामनाएँ।
आदरणीया शमा कश्यप जी
परिकल्पना ब्लॉगोत्सव 2010 में सम्मानित होने पर बहुत बहुत बधाइयां !
मंगलकामनाएं !!
शुभाकांक्षी
- राजेन्द्र स्वर्णकार
शस्वरं
हिंदी लेखन की शमा सदा ऐसे ही रौशन रहे...
शमा जी को बधाई...
रवींद्र जी और ब्लॉगोत्सव टीम २०१० का आभार...
लेकिन इस सम्मान में सह-लेखिका क्यों, लेखक तो हमेशा लेखक ही रहता है...
जय हिंद...
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