अल्पना देशपान्डे चिट्ठाकारा के साथ-साथ देश की विख्यात महिला चित्रकार हैं. गृह विज्ञानं की व्याख्याता होने के साथ-साथ ग्रीटिंग कार्ड बनाने एवं हस्त निर्मित कार्ड संग्रहण का इन्हें शौक है, 1988 में डिग्री गर्ल्स कॉलेज रायपुर से मास्टर ऑफ़ होम साईंस में गृह प्रबंधन कि पढाई पूरी की,इसके बाद मन में इरादा था कि जरुर कुछ करना है, माध्यम वर्गीय संयुक्त परिवार से होने के कारण मन में डर भी था, लेकिन धीरे-धीरे हौसला बढ़ता गया,एक मूक बधिर स्कूल में पढाया,फिर कुछ साल तक ३६ गढ़ कालेज में पढाया,अब ये भिलाई में पढा रही है, बचपन से ही आर्ट में रूचि रही है, इसलिए ग्रीटिंग बनाया करती थी, गोल्डन ग्रास की  पेंटिंग भी करती थी,लेकिन वक्त की  कमी के कारण इस ओर  ध्यान नहीं दे पा रही,अपने हेंड मेड ग्रीटिंग कार्ड की  प्रदर्शनी रायपुर टाऊन हॉल, दल्ली राजहरा,बालोद तथा भिलाई नेहरु आर्ट गेलरी में लगा चुकी है,अभी इनके  पास १०००८ ग्रीटिंग कार्ड का कलेक्शन है, जिसे लिम्का बुक रिकार्ड के लिए भेजा गया है, कालेज में पढाना परिवार संभालना,साथ ही अपने शौक को पूरा करना,इस कार्य में परिवार के हर सदस्य,दोस्तों तथा विद्यार्थीयों का योगदान मिलता है, भविष्य में एक आर्ट गेलरी खोलने की इनकी  योजना है, जिसमे हेंड मेड कार्डों कि बिक्री भी होगी और ग्रीटिंग कार्ड बनाना भी सिखाया जायेगा,इससे काफी लोगों को रोजगार भी मिल सकेगा.  27मार्च से 31मार्च तक आर्ट गैलरी रायपुर में राज्य शासन के संस्कृति विभाग के द्वारा  इनकी कलाकृतियों की प्रदर्शनी   लगाई गयी थी। प्रस्तुत है इस अवसर पर उनके द्वारा प्रेषित उनकी कुछ कलाकृतियाँ -















उपरोक्त कलाकृतियाँ अल्पना जी की है, जो विगत दिनों 27मार्च से 31मार्च तक आर्ट गैलरी रायपुर में राज्य शासन के संस्कृति विभाग के द्वारा इनकी कलाकृतियों की प्रदर्शनी के अंतर्गत लगाई गयी थी। आशा करता हूँ कि उन्हें लिमका बुक ऑफ वर्ल्ड रिकोर्ड में स्थान मिले .....यही शुभकामना है !

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9 comments:

ब्लॉ.ललित शर्मा ने कहा… 14 मई 2010 को 5:25 pm बजे

बहुत ही अच्छा किया आपने
अल्पना जी को ब्लाग उत्सव में शामिल करके।

ब्लॉ.ललित शर्मा ने कहा… 14 मई 2010 को 5:25 pm बजे

अल्पना जी को ढेर सारी शुभकामनाएं
लिम्काबुक में और गिनिज बुक में
जल्दी ही उनका नाम आए

बधाई

Smart Indian ने कहा… 14 मई 2010 को 5:36 pm बजे

बहुत अच्छा, शुभकामनाएं!

alka mishra ने कहा… 14 मई 2010 को 6:42 pm बजे

नायाब कलाकारी ,पेन्सिल के छिलकों से बना हुआ मोर मुझे सबसे अच्छा लगा ,
वैसे ग्रीटिंग्स भी मनमोहक हैं
उन्हें ब्लागोत्सव में शामिल करने के लिए रवीन्द्र जी बधाई के पात्र हैं ,न जाने कहाँ कहाँ से हीरे चुन कर हमारे लिए ला रहे हैं

रश्मि प्रभा... ने कहा… 14 मई 2010 को 8:42 pm बजे

खूबसूरत कलाकृति

mala ने कहा… 15 मई 2010 को 10:22 am बजे

उम्दा प्रस्तुती ,आपको अनेक शुभकामनायें /

पूर्णिमा ने कहा… 15 मई 2010 को 10:27 am बजे

सुन्दर रचना

दीपक 'मशाल' ने कहा… 15 मई 2010 को 2:51 pm बजे

वाकई खूबसूरत कला का प्रदर्शन.. आभार.

संगीता स्वरुप ( गीत ) ने कहा… 15 मई 2010 को 3:00 pm बजे

बहुत खूबसूरत ....बधाई

 
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