समय थम गया है , मंच पर मौजूद है हमारी आर्मी समय थम गया है , मंच पर मौजूद है हमारी आर्मी..... जी हाँ ये यहाँ आने से खुद को रोक नहीं पाए हैं ....देखें ये जूनून ........ क्या समा है, क्या अनोखा दृश्य , अनुपम छटा... और अपराजिता कल्याणी -(सुरतिया मतवारी )पुन: परिकल्पना पर वापस जाएँ
4 comments:
अपराजिता कल्याणी को
सुन कर मन प्रसन्न हुआ।
क्या समा बाँधा है,अच्छा लगा सुन कर.
बहुत सुंदर
नाइस।
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