परिकल्पना की अनोखी परिकल्पना अर्थात ब्लोगोत्सव-२०१० के क्रियान्वयन में अप्रतिम भूमिका निभानेवाले एडवोकेट रणधीर सिंह "सुमन" को ब्लोगोत्सव-२०१० की टीम ने वर्ष के श्रेष्ठ सहयोगी का खिताब देते हुए सम्मानित करने का निर्णय लिया है !"जानिये अपने सितारों को" के अंतर्गत प्रस्तुत है उनसे पूछे गए कुछ व्यक्तिगत प्रश्नों के उत्तर-


(१) पूरा नाम :
रणधीर सिंह सुमन
(२) पिता/माता का नाम/जन्म स्थान :
श्री गजेन्द्र सिंह/श्रीमती विंध्यवासिनी सिंह/ बाराबंकी
(३) वर्तमान पता :
निकट डी.वी.एस पब्लिक स्कूल लाख्पेराबघ बाराबंकी, पिन-२२५००१
(३) ई मेल का पता : loksangharsha@gmail.com
(३) टेलीफोन/मोबाईल न.
09450195427
(४) आपके प्रमुख व्यक्तिगत ब्लॉग :
लो क सं घ र्ष !, लोक वेब मीडिया, Loksangharsha Pothi, लोकसंघर्ष छाया, LOKSANGHRASHA
(५) अपने ब्लॉग के अतिरिक्त अन्य ब्लॉग पर गतिविधियों का विवरण :
भड़ास, हिन्दुस्तान का दर्द, लख़नऊ ब्‍लॉगर्स असोसिएशन, Ganga ke Kareeb, TheNetPress.Com, कबीरा खड़ा बाज़ार में, हिमधारा, काव्यलोक, भडास ब्लॉग, ऐसी वाणी बोलिए आदि प्रमुख हैं.
(६) अपने ब्लॉग के अतिरिक्त आपको कौन कौन सा ब्लॉग पसंद है :
परिकल्पना, तस्लीम, science blogger association, नन्हे सुमन, बाल जगत आदि बहुत से हैं .

(७) ब्लॉग पर कौन सा विषय आपको ज्यादा आकर्षित करता है?
राजनितिक, सामाजिक, आर्थिक विषयों के ब्लॉग आकर्षित करते हैं. साहित्यिक ब्लॉग में विशेष अभिरुचि है.
(८) आपने ब्लॉग कब लिखना शुरू किया ?
१५ मार्च २००९ से
(९) यह खिताब पाकर आपको कैसा महसूस हो रहा है ?
nice
(१०) क्या ब्लोगिंग से आपके अन्य आवश्यक कार्यों में अवरोध उत्पन्न नहीं होता ?
सामंजस्य बैठाया जाता है.
(11) ब्लोगोत्सव जैसे सार्वजनिक उत्सव में शामिल होकर आपको कैसा लगा ?
nice
(१२) आपकी नज़रों में ब्लोगोत्सव की क्या विशेषताएं रही ?
चिट्ठाकार जगत का सबसे महत्वपूर्ण उत्सव है. इससे साहित्यिक गतिविधियाँ बढ़ी हैं.
(१३) ब्लोगोत्सव में वह कौन सी कमी थी जो आपको हमेशा खटकती रही ?
फिलहाल सभी ठीक लगा
(१६) क्या इस प्रकार का आयोजन प्रतिवर्ष आयोजित किया जाना चाहिए ?
जी हाँ!
(१७) आपको क्या ऐसा महसूस होता है कि हिंदी ब्लोगिंग में खेमेवाजी बढ़ रही है ?
यह एशियाई समाज की विशेषता है इसके बगैर सामाजिक गतिविधियाँ थप सी हो जाएँगी इसलिए अच्छे मन से इसको भी स्वीकार करने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए.
(१९) आप कुछ अपने व्यक्तिगत जीवन के बारे में बताएं :
पेशे से अधिवक्ता हूँ तथा लोकसंघर्ष पत्रिका त्रैमासिक में अवैतनिक प्रबंध संपादक हूँ. परिवार में एक पत्नी श्रीमती रमा सिंह तथा एक पुत्र अमर प्रताप सिंह है. घर में मुकेश भी रहते हैं.
(२०) चिट्ठाकारी से संवंधित क्या कोई ऐसा संस्मरण है जिसे आप इस अवसर पर सार्वजनिक करना चाहते हैं ?
भड़ास पर अनावश्यक रूप से दी जा रही गालियाँ
२१)आप अपनी ब्लोगिंग के बारे में और कुछ बताएं


माननीय उच्च न्यायलय के अधिवक्ता श्री मोहम्मद शुऐब और मैं लोकसंघर्ष व उससे जुड़े हुए ब्लॉग व लोकसंघर्ष पत्रिका को संचालित करते हैं




बहुत बहुत धन्यवाद आपका सुमन जी .....इस अवसर पर ऋग्वेद की दो पंक्तियां आपको समर्पित है कि - ‘‘आयने ते परायणे दुर्वा रोहन्तु पुष्पिणी:। हृदाश्च पुण्डरीकाणि समुद्रस्य गृहा इमें ।।’’अर्थात आपके मार्ग प्रशस्त हों, उस पर पुष्प हों, नये कोमल दूब हों, आपके उद्यम, आपके प्रयास सफल हों, सुखदायी हों और आपके जीवन सरोवर में मन को प्रफुल्लित करने वाले कमल खिले।


जी आपका भी धन्यवाद इस सम्मान को प्रदान करने के लिए ....जहां तक वर्ष के श्रेष्ठ सहयोगी का सम्मान है , मुझे बहुत अच्छा लगा इसे स्वीकार करते हुए , क्योंकि यह सम्मान अपने आप में अनोखा और नायाब सम्मान है ! जहां तक मैं समझ रहा हूँ इस प्रकार का कोई सम्मान आज तक सृजित नहीं हुआ होगा, यानी मैं विश्व का पहला व्यक्ति हूँ जिसे यह सम्मान प्राप्त हुआ है !
प्रस्तुति : रवीन्द्र प्रभात

9 comments:

संगीता पुरी ने कहा… 4 अगस्त 2010 को 5:14 pm बजे

सुमन जी के बारे में जानकर अच्‍छा लगा .. उन्‍हें बहुत बधाई !!

honesty project democracy ने कहा… 4 अगस्त 2010 को 6:54 pm बजे

रणधीर सिंह सुमन जी को बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनायें...रणधीर सिंह सुमन जी अच्छी और सम्बेदना से भरी सोच के साथ ब्लॉग भी लिखते है,एक अच्छा इंसान जो सम्मान का असल हक़दार भी हैं ...

girish pankaj ने कहा… 4 अगस्त 2010 को 7:43 pm बजे

main bhi kahunga..... nice

अविनाश वाचस्पति ने कहा… 4 अगस्त 2010 को 10:07 pm बजे

सुमन जी के लिए सुपर नाइस

Arvind Mishra ने कहा… 5 अगस्त 2010 को 7:06 am बजे

सामजिक सरोकारों को समर्पित लोक संघर्ष और प्रणेता सुमन जी को को यह सम्मान दरअसल हम सभी को सम्मानित कर गया -बहुत आभार !

ब्लॉ.ललित शर्मा ने कहा… 5 अगस्त 2010 को 3:30 pm बजे

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